ashwagandha powder benefits in hindi – आयुर्वेद की बेहतरीन जड़ी बूटी अश्वगंधा के फायदे और नुकसान

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अश्वगंधा आयुर्वेद में एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है अश्वगंधा में कई सारे पोषक तत्व एंटीऑक्सीडेंट समेत शरीर के लिए फायदा देने वाले बहुत ही जरूरी तत्व मौजूद होते हैं जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं अश्वगंधा को प्राचीन समय से ही औषधि के रूप में लिया जाता है और अश्वगंधा का वर्णन हमारे आयुर्वेद के ग्रंथों में भी है और आप जितनी भी दवाई देखते हैं आयुर्वेद पद्धति वाली उनमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अश्वगंधा का उपयोग किया जाता है अश्वगंधा मौजूद होता है क्योंकि अश्वगंधा में गुण ही ऐसे हैं आयुर्वेद में अश्वगंधा को चमत्कारिक औषधि की संज्ञा दी गई है अश्वगंधा को अश्वगंधा इसकी विशिष्ट गंध के लिए जाना जाता है क्योंकि अश्वगंधा के अंदर घोड़ों के अस्तबल में जो अश्व की गंध आती है उससे मिलती-जुलती गंध इसके अंदर होती है क्योंकि वह अश्व की गंध है इसलिए इसे अश्वगंधा कहा जाता है क्योंकि इसमें अश्व की गंध है

अश्वगंधा के फायदे और नुकसान आचार्य बालकृष्ण की जुबानी

अश्वगंधा के फायदे

अश्वगंधा शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है यह बात आधुनिक रिसर्च में भी साबित हो चुकी है और भारत समेत पूरी दुनिया में कोई रिसर्च में इस बात को माना जा चुका है कि अश्वगंधा कई छोटी-बड़ी बीमारियों सहित कई गंभीर बीमारियों में भी शरीर की रक्षा करता है और शरीर को इम्यूनिटी प्रदान करता है

  • अश्वगंधा हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स यानी आरबीसी व्हाइट ब्लड सेल्स यानी डब्ल्यूबीसी के उत्पादन को बढ़ाता है जो कि हमारे शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने का कार्य करते हैं।
  • अश्वगंधा पौरूष शक्ति बढ़ाने और यौन क्षमता को बढ़ाने में विशिष्ट रूप से कारगर है और यह यौन क्षमता बढ़ाने वाली सभी औषधियों में विशेष रूप से पाया जाता है।
  • अश्वगंधा अच्छी नींद लाने में सहायक होता है क्योंकि अश्वगंधा के सेवन से मस्तिष्क में शांति उत्पन्न करने वाले रसों का स्त्राव होता है।
  • अश्वगंधा मानसिक तनाव को भी कम करता है रिसर्च में इस बात को माना जा चुका है कि अश्वगंधा के सेवन से इंसानी मस्तिष्क की ताकत को बढ़ाया जा सकता है और उन्मादता के मरीजों को भी अश्वगंधा का सेवन लाभप्रद होता है और अश्वगंधा को कई सारे अन्य जड़ी बूटियों के साथ मिलाकर सेवन करने से जैसे कि ब्राह्मी के साथ सेवन करने से मस्तिष्क में विशिष्ट लाभ होता है।
  • अश्वगंधा का सेवन आंखों की रोशनी भी बढ़ा सकता है आपके चश्मे का नंबर भी हटा सकता है क्योंकि अश्वगंधा पूरे शरीर के साथ-साथ आंखों के लिए भी एक विशिष्ट टॉनिक का कार्य करता है अश्वगंधा को दूध के साथ सेवन करना आपके शरीर के लिए किसी रसायन से कम नहीं होगा आयुर्वेद में रसायन उस औषधी को कहा गया है जो कि आपके पूरे शरीर को पोषित करें आपके पूरे शरीर को लाभ पहुंचाए अश्वगंधा भी एक ऐसी ही जड़ी बूटी है।
  • अश्वगंधा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की रोकथाम में भी कारगर साबित हुआ है रिसर्च की माने तो अश्वगंधा में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर के सेल को बढ़ने से रोकते हैं और कैंसर के मरीजों में विशिष्ट लाभ प्रदान करते हैं।
  • समय से पहले सफेद होने बाले वालों की समस्याओं में भी अश्वगंधा का सेवन लाभप्रद होता है 2 से 4 ग्राम अश्वगंधा आपको सफेद बालों की समस्याओं से निजात दिला सकता है
  • गले के रोगों में भी अश्वगंधा का सेवन विशिष्ट लाभ पहुंचाता है।
  • अश्वगंधा से लिकोरिया का भी इलाज किया जाता है।
  • अश्वगंधा का उपयोग गठिया रोग को ठीक करने में भी किया जाता है और अश्वगंधा का प्रयोग जोड़ों से दर्द में भी निजात दिलाता है।
  • त्वचा रोगों में भी अश्वगंधा का विशेष प्रभाव देखा गया है और यह त्वचा रोगों में भी विशेष रूप से लाभ पहुंचाने में सहायक होता है।
  • शरीर की दुर्बलता दूर करने में भी अश्वगंधा विशेष लाभ पहुंचाता है।

अश्वगंधा के नुकसान

जैसा कि ऊपर आपने जाना अश्वगंधा के फायदे के बारे में लेकिन हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं अच्छा और बुरा तो उसी तरह किसी भी चीज का अति सेवन उसके लाभ को कम करके हानि पहुंचाता है अगर आप पानी को भी अधिक मात्रा में पी लेंगे तो पानी भी आपको नुकसान करेगा दूध को भी आप अधिक मात्रा में पी लेंगे तो दूध भी नुकसान करेगा हर चीज का एक नियम होता है उस नियम के तहत उसको करना होता है अति सर्वथा बरजिते

  • अगर आप अश्वगंधा का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं तो यह आपके पेट के लिए नुकसानदायक रहेगा और आप डायरिया से ग्रसित हो सकते हैं या पेट की अन्य गंभीर बीमारी भी आपको हो सकती है इसलिए चिकित्सीय परामर्श के द्वारा जितना खुराक आपको बताया जाए उतना ही सेवन करें।
  • अश्वगंधा का अधिक सेवन आपको उल्टी जी मिचलाना और भी कई अन्न परेशानियां उत्पन्न कर सकता है।
  • जिन लोगों का ब्लड फैसल लो रहता है उन लोगों को अश्वगंधा के सेवन से बचना चाहिए तथा बिन आशिकी परामर्श के अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अश्वगंधा का सेवन करने से नींद आती है इसलिए इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की इसका अधिक सेवन या कोई ऐसा कार्य करते समय इसका सेवन नहीं करना चाहिए जैसे कि ड्राइविंग करना या कोई दूसरा ध्यान वाला काम जिससे कि नींद आने से आपको कोई परेशानी हो।
  • अश्वगंधा का सेवन खाली पेट नहीं करना चाहिए क्योंकि यह पेट में गैस या एसिडिटी उत्पन्न कर सकता है इसलिए हमेशा खाना खाने के बाद ही अश्वगंधा का सेवन करें।

अश्वगंधा का सेवन कैसे करना चाहिए

अश्वगंधा बाजार में बहुत सारी कंपनियों जैसे कि हिमालया डाबर पतंजलि वैद्यनाथ और भी बहुत सारी कई कंपनियों के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है और अश्वगंधा बहुत सारे रूपों में भी उपलब्ध है जैसे कि अश्वगंधा पाउडर अश्वगंधा कैप्सूल अश्वगंधा सिरप अश्वगंधा जूस आपको बाजार में हर तरह से अश्वगंधा मिल जाएगा लेकिन डॉक्टरी परामर्श में आपको जो सजेशन दिया जाए उस हिसाब से आप अश्वगंधा का सेवन करें

  • अश्वगंधा का सेवन रात को सोते समय दूध के साथ किया जा सकता है।
  • अश्वगंधा का सेवन खाली पेट ना करें इससे कई लोगों को गैस एसिडिटी या पेट की अन्न समस्याएं देखने को मिलती है।
  • अश्वगंधा के सेवन के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप किसी भी आयुर्वेदाचार्य या नेचुरोपैथी विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं।
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