शायरी ज़रा मुस्करा कर सनम बोलते हैं… एक जंजाल मेरे जी का है.. शायरी वाहिद अली वाहिद कविता
ज़रा मुस्करा कर सनम बोलते हैं। … वाहिद अली वाहिद कविता वाहिद अली वाहिद ज़रा मुस्करा कर सनम …
ज़रा मुस्करा कर सनम बोलते हैं। … वाहिद अली वाहिद कविता वाहिद अली वाहिद ज़रा मुस्करा कर सनम …