वह घूंघट नहीं काढ़ती
पुरुषों से करती हैं बातें
मिलाती है हाथ
वह घूंघट नहीं काढ़तीपुरुषों से करती हैं बातेंमिलाती है हाथनहीं शर्माती सकुचातीजोर से हंसती हैतर्क करती हैहर बड़े-छोटे …
वह घूंघट नहीं काढ़तीपुरुषों से करती हैं बातेंमिलाती है हाथनहीं शर्माती सकुचातीजोर से हंसती हैतर्क करती हैहर बड़े-छोटे …